गुलामनबी आज़ाद का सवाल “नोटबंदी के चलते एक महीने में हुई 84 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन”

नई दिल्ली । राज्यसभा में कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नोटबंदी के चलते एक महीने में हुई 84 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है। सरकार ने यह फैसला बिना किसी योजना के लिया है।

आजाद ने रेवेन्यू सेक्रेटरी हसमुख अधिया के उस बयान को उठाया जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार को उम्मीद है, नोटबंदी की घोषणा के बाद 500 और 1000 रुपये के पुराने सभी नोट बैंक में जमा हो जाएंगे। आजाद ने कहा कि जब सभी नोट जमा हो जाएंगे तो कालाधन कहां है।

मायावती ने कहा कि एक महीने बाद भी हालात नहीं बदले हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष चाहता है कि पीएम मोदी की रोजाना बहस के दौरान सदन में मौजूद रहे। ऐसा लगता है कि विपक्ष केवल सदन की कार्यवाही को बाधित करना चाहता है और इसके अलावा कोई अन्य कारण नहीं है।

बता दें कि रेवेन्यू सेक्रेटरी हसमुख अधिया के अनुसार, सरकार को उम्मीद है कि नोटबंदी की घोषणा के बाद 500 और 1000 रुपये के पुराने सभी नोट बैंक में जमा हो जाए ताकि लेन-देन और टैक्स के रूप में काले धन के मालिकों पर निगाह रखी जा सके। 500 और 1000 रुपए के नोट में 14.17 लाख करोड़ रुपये की कुल रकम का सर्कुलेशन हो रहा था। ऐसा मानना था कि सर्कुलेशन की कुल रकम में से 2.5 लाख करोड़ रुपये दोबारा सिस्टम में नहीं आएंगे। वहीं इसके उलट अब तक 11 लाख करोड़ से ज्यादा बैंकों में जमा किए जा चुके हैं। हालांकि एक्सपर्ट का मानना था कि सभी काले धन फिर से चलन में आएंगे।

नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्षी दलों के शोर शराबे और नारेबाजी के कारण आज लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कार्यवाही बाधित रही और इस विषय पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग कर रहे कांग्रेस, तणमूल कांग्रेस एवं वामदलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक 11 बजकर करीब 35 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। कांग्रेस, तणमूल कांग्रेस, वामदल अपनी मांग के समर्थन में अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे और मतविभाजन वाले किसी नियम के तहत चर्चा की मांग करने लगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सदन में कुछ देर मौजूद रहे।

लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से कहा कि वे नियम 193 के तहत चर्चा करें। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि हम कई बार निवेदन कर चुके हैं और आप भी कह चुकी हैं। हम चर्चा के लिए तैयार हंै। अब कांग्रेस, तणमूल कांग्रेस, वामदल क्यों गतिरोध पैदा कर रहे हैं। हम फिर कहना चाहते हैं कि प्रश्नकाल के तत्काल बाद नियम 193 के तहत चर्चा शुरू करें।

विपक्ष के वोटिंग, वोटिंग नारे के बीच अनंत कुमार ने कहा कि वोटिंग हो चुकी है। देश में ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वोटिंग हो चुकी है। टाइम मैगजीन में हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विश्वमान्य हो गए हैं। सभी देशों में नंबर एक हो गए हैं। इस बीच विपक्षी सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा। हंगामे के बीच ही कुछ प्रश्नों के उत्तर दिए गए।

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