तीन तलाक पर अदालत का फैसला स्वीकार करेगा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड

नई दिल्ली। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट में पूरी हुई अदालती कार्यवाही के बाद अब अदालत जो निर्णय देगा उसे स्वीकार किया जाएगा। वहीँ आगे की रणनीति अदालत का फैसला आने के बाद तय की जायेगी।

अदालत का फैसला अपने पक्ष में आने की उम्मीद ज़ाहिर करते हुए पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने कहा, ‘‘अदालत का फैसला आने के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा। हमने न्यायालय में अपना पक्ष मजबूती से रखा है और ऐसे में बेहतर होने की उम्मीद की जानी चाहिए।”

उन्होंने कहा, ‘‘अदालत का जो भी फैसला होगा, वो हम मानेंगे, अदालत कोई आंख बंद करके फैसला नहीं करने जा रही है, यह तय है। यह कोई ऐसा मसला नहीं है जिसमें कोई उलझाव पैदा हो. अदालत ने जो कहा वो हमने कर दिया।”

एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए मौलाना वली रहमानी ने कहा कि “तीन तलाक के मामले में मुस्लिम समुदाय का रुख पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ है। उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिम समुदाय का रुख स्पष्ट है। बोर्ड के पक्ष में चार करोड़ 80 लाख से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। इनमें दो करोड़ 72 लाख महिलाओं के हस्ताक्षर शामिल हैं, इससे साफ है कि समुदाय का रूख किस तरफ है।”

देश में गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसक घटनाओं का हवाला देते हुए रहमानी ने कहा, ‘‘इस तरह की घटनाएं बहुत गंभीर हैं. इस पर बहस नहीं हो रही है। सब खामोश हैं। इसको लेकर सरकारों को कड़े कदम उठाने चाहिए।”

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TeamDigital