यूपी में बुलेट ट्रेन नहीं चली लेकिन बीजेपी की सरकार में अपराधी हाईस्पीड हो गए

मुंबई। शिवसेना ने उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध और सहरानपुर में हुई हिंसा को लेकर बीजेपी पर तंज कसा है। शिवसेना ने बीजेपी से पूछा है कि क्या यह वही ‘सबका साथ सबका विकास’ है जिसका बीजेपी दावा किया करती थी।

शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रकशित एक लेख में कहा गया है कि ‘जब से यूपी में योगी का राज आया है, तबसे अपराधी बेखौफ हो गए हैं, उनकी रफ्तार हाई-स्पीड हो गई है। मुखपत्र में लिखा गया है, ‘यूपी में हो रहे घटनाक्रम राज्य की छाती पर मूंग दल रहे हैं। पीड़ित चीख-चीखकर योगी से सवाल कर रहे हैं- क्या यही है सबका साथ, सबका विकास?’

लेख में पूछा गया है कि अगर योगीराज में भी यही हालात होने थे तो अखिलेश सरकार क्या बुरी थी? सामना के मुताबिक यूपी चुनाव से पहले बीजेपी नेताओं ने गला फाड़कर राज्य को अपराध-मुक्त करने का वादा किया था। मुख्यमंत्री सत्ता संभालने के बाद कई बार कह चुके हैं कि किसी को कानून अपने हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा। पत्र के मुताबिक सीएम के इस दावे की पोल यूपी के दबंग आए दिन खोल रहे हैं।

लेख में कहा गया है,’पिछले 2-3 महीनों में अपराधी बेहद निडर हो गए हैं। इस दौरान अपराधों में हुई बेतहाशा बढ़ोत्तरी इस बात का सबूत दे रही है. मामले चाहे लूटपाट के हों, कत्ल के, बलात्कार के या फिर सांप्रदायिक दंगों के. हर तरह के अपराधी यूपी के गुंडाराज में अपने जौहर दिखा रहे हैं।’ लेख में दावा किया गया है कि प्रदेश में हाई स्पीड ट्रेन भले ना चली हो लेकिन अपराधियों के हौसले जरूर ‘हाई स्पीड’ हो गए हैं।

शिवसेना की मानें तो यूपी में योगी सरकार का अपराधियों परे कोई जोर नहीं चल रहा है। ऐसे में अगर विपक्ष यूपी सरकार पर आरोप लगाए तो वो गलत नहीं हैं क्योंकि यूपी में अपराधी ही कानून बनाते हैं और वही कानून तोड़ते भी हैं। लेख के मुताबिक ‘यूपी की जनता को इन सवालों के जवाब के लिए किसी और सरकार की जरूरत होगी।

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TeamDigital