हाँ मैं अयोध्या में मौजूद थी, कोई साजिश नहीं, जो कुछ था खुलमखुल्ला था: उमा भारती

नई दिल्ली। अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले में सुप्रीमकोर्ट द्वारा आपराधिक साजिश का मुकदमा चलाये जाने के निर्णय पर जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि वहां किसी तरह की आपराधिक साजिश नहीं थी, जो था खुल्लम खुल्ला था. अयोध्या, गंगा और तिरंगे पर कोई खेद नहीं है।

उमा भारती ने बाबरी मस्जिद विध्वंश के समय अयोध्या में मौजूदगी को स्वीकारते हुए कहा कि ‘हां मैं 6 दिसंबर को मौजूद थी, इसमें साजिश की कोई बात नहीं। अयोध्या आंदोलन में मेरी भागीदारी थी, मुझे कोई खेद नहीं.मैं इसके लिए कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं। मुझे इस आंदोलन में भागीदारी का गर्व रहा है।’

कांग्रेस द्वारा इस्तीफा मांगने की बात पर उमा ने कहा जो 1984 की सिख विरोधी हिंसा के पीछे थे उन्हें इस्तीफा मांगने का कोई हक नहीं। वैसे, अपराध अभी साबित नहीं हुए, इस्तीफे का सवाल ही नहीं। वकील कोर्ट में अपनी बहस करेंगे।

उमा भारती ने एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कहा कि मैं आज रात अयोध्या जा रही हूं। मैं रामलला, हनुमानगढ़ी में आभार जताने जाऊंगी कि मुझे इतना यश और सम्मान दिया। मैं वहां संकल्प करूंगी की राम मंदिर तो बनकर रहेगा। उन्होंने कहा कि कोर्ट के बाहर हल की स्थिति बनेगी। मेरे जैसा व्यक्ति पद से चिपकने वाला नहीं है। मेरे लिए सम्मान जरूरी है, राममंदिर निर्माण होगा और गंगा साफ करके रहूंगी।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital